प्रारम्भ समय- प्रात: 8:00 बजे से दोपहर 13:30 बजे तक सर्वत्र भारत में दृष्य
कंकण आकृति -केरल, तमिलनाडू, व कर्नाटक के दक्षिण भागों मे दिखाई देगी । जबकि शेष भारत में खण्डग्रास रूप में दिखाई देगा।
प्रारम्भ समय का विस्तार-
ग्रहण प्रारम्भ- 08:00
कंकण प्रारम्भ- 09:06
परम ग्रास- 10:48
कंकण समाप्त- 12:29
ग्रहण समाप्त- 13:36
कंकण की कुल अवधि- 3 घंटा- 34 मिनिट
ग्रहं की कुल अवधि- 5 घंटा- 36 मिनिट
राशियों पर प्रभाव-
यह ग्रहण मूल नक्षत्र और धनु राशि में होगा । इसलिये इस नक्षत्र और राशि के जातकों के लिये कष्टदायी रहेगा ।
मेष- सन्तान पक्ष को कष्ट हो सकता है और बिना वजह मानसिक तनाव के साथ सम्मान में कमी आ सकती है।
वृष- सब कुछ सामान्य रहेगा लेकिन शत्रु पक्ष की योजना फ़लीभूत हो सकती है अर्थात शत्रु से सावधान रहने की जरूरत होगी।
मिथुन- जीवन साथी के स्वास्थ्य को लेकर चिन्ता हो सकती है अत: इसे हल्के में न लें ।
कर्क- मानसिक चिन्ता सम्भव है और कार्य मे किसी व्यक्ति विशेष की वजह से रुकावट आ सकती है।
सिंह- व्यर्थ की यात्रा और अनावश्यक खर्च होगा । आने वाले परिणाम प्रतिकूल रह सकते है।
कन्या- कोई प्रतिकूल प्रभाव नही होगा और सब कुछ यथावत चलेगा ।
तुला- कोई प्रतिकूल प्रभाव नही होगा और सब कुछ यथावत चलेगा ।
वृश्चिक- चोट-भय के साथ अनावश्यक खर्च के योग बनेगें।
धनु- चोट-भय के साथ शत्रु पक्ष से परेशानी, अनावश्यक खर्च और व्यर्थ की यात्रा का प्रसंग बन सकता है।
मकर- चोट-भय के साथ अनावश्यक खर्च के योग बनेगें।
कुम्भ- कोई प्रतिकूल प्रभाव नही होगा और सब कुछ यथावत चलेगा और अर्थ प्राप्ति हो सकती है ।
मीन- मानसिक चिन्ता, शारीरिक कष्ट, कार्य में बाधा और अनाव्श्यक खर्च के योग हैं।