प्रियजनों की मोक्षतिथि मालूम न होने पर श्राध्द पक्ष में श्रध्दा से किया गया तर्पण मोक्ष दिलाता है। तिथि मालूम होने पर उसी तिथि को श्राध्द करना चाहिये। इससे जन्मकुण्डली में उपस्थित पितृ दोष की शान्ति होती है और उन्नति का द्वार खुलता है । परन्तु श्राध्द में कुछ खास बातों का ध्यान रखा जाना जरूरी है। श्राध्द के नियम और विधि जानने के लिये