जाने गुरु वक्री और शुक्र मार्गी का राशियों पर क्या प्रभाव पड़ेगा!

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4 सितम्बर 2023 को गुरु और शुक्र अपनी -अपनी गति बदलने जा रहे हैं । गुरु मेष राशि में वक्री होंगे जबकि शुक्र कर्क राशि में मार्गी होंगे । यह एक खास संयोग है जब एक साथ दोनों शुभ ग्रह अपनी गति बदल रहे हैं । बारह राशियों पर इस गोचर का क्या प्रभाव पडेगा आइये जानते हैं ।

मेष – 

मेष राशि में गुरु वक्री हो रहे हैं जबकि चौथे घर में शुक्र मार्गी होंगे । दोनों केन्द्र में गति बदल रहे हैं इसका मिला जुला फ़ल आपको मिलेगा । कार्यो में चल रही रुकावट और बाधाओं का समाधान मिल जायेगा लेकिन धीमी गति से । व्यापार और व्यवसाय में विस्तार कर पायेंगे लेकिन मेहनत थोडा ज्यादा करनी होगी। । घर में नए सदस्य जुड़ सकते है और आपका गृहस्थ जीवन सुखमय बना रहेगा और प्रेम प्रसंगों के लिये भी स्थिति सुधारात्मक दिख रही है । यदि आपके मन में मकान, वाहन आदि खरीदने की इच्छा हैं तो प्रयासों में तेजी लानी होगी तभी आप समय से इसकी पूर्ति कर पायेंगे। जहां तक बात स्वास्थ्य की है तो इस दौरान हल्की फ़ुल्की समस्याओं को भी गम्भीरता से लेने की जरूरत है । क्योंकि कहीं न कहीं स्वास्थ्य की समस्याओं की वजह से काम प्रभावित हो सकते हैं।

वृष –  

देव गुरु वृहस्पति कुण्डली के बारहवें भाव में और शुक्र पराक्रम भाव में अपनी गति बदल रहे हैं । धर्म, अध्‍यात्‍म और भाग्‍य को बल मिलेगा। ग्रह दर्शाते हैं कि आप स्वयं अपने अनुभव और परिश्रम के बल पर अपने भाग्य का निर्माण कर पायेंगे और सही समय पर सही निर्णय लेकर अच्छा लाभ कमा सकेंगे। आप इस का लाभ उठाकर अपने व्यवसाय, नौकरी में तरक्की और व्यक्तिगत जीवन को सार्थक बना सकते हैं। समाज में आपके कार्यों की चर्चा हो सकती है । परन्तु जीवन साथी के साथ अभी भी आपको विचार मिलाने में कुछ दिक्कतें आ सकती है जो कि आपको अपने स्तर पर ही सुलझानी होंगी और इसका हल निकालने में आप सफ़ल भी रहेंगे। खर्चों पर नियन्त्रं रखना होगा।

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मिथुन – 

आपकी कुण्डली में गुरु एकादश और शुक्र धन भाव में गति बदलेंगे । इस खास गोचर के प्रभव से ठीक-ठाक चल रहे कार्यों में किसी वजह से अचानक व्यवधान उत्पन्न हो सकता है। और इसका कारण अपने घर की कोई समस्या भी हो सकती है । इसके कारण आपको मानसिक और आर्थिक परेशानी का सामना करना पड सकता है। अत: आपको इसके लिये पहले से तैयार रहने की जरूरत है। दूसरी बडी बात ये है कि इस दौरान आप महसूस कर सकते हैं कि बराबर आपके मन में नकारात्मक विचारों का उदय हो जाता है अत: बेहतर होगा कि आप खुद को जितना व्यस्त रखेंगे उतना ही इस समय को जल्दी निकाल पायेंगे। आप जिन भी नये कार्यों की योजना बनायें उसके लाभ हानि के बारे मे पहले जरूर विचार विमर्श कर लें , जल्दबाजी में लिया गया कोई भी निर्णय आपको परेशानी में डाल सकता है। अत: ध्यान दें।

कर्क – 

शुक्र आपकी ही राशि में गति बदलेंगे जबकि गुरु कार्य क्षेत्र में वक्री होंगे । इसके प्रभाव से सबसे पहले आपका गृहस्थ जीवन प्रभावित हो सकता है जिसके चलते जीवन साथी से विचार मिलाने में अब परेशानी नहीं होगी और अविवाहितों की चल रही बात पक्की हो सकती है। आपको बडे बोल बोलने से बचना होगा साथ ही किसी को भी झूठा आश्वासन न दें तो बेहतर होगा। प्रेम प्रसंगों के मामले में आपको प्रियजन की भावनाओं का ख्याल रखना होगा और अपनी बातों को स्पष्ट तौर पर उनके सामने रखें ताकि दोनों के बीच गलतफ़हमी पैदा ना हो।  नौकरी व्यापार की स्थिति सन्तोषजनक कही जा सकती है यद्यपि दौड-भाग जारी रहेगी। यदि साझेदारी में कोई बिजनेस चल रहा है तो पारदर्शिता आपके रिशों को मजबूती प्रदान करेगा । सेहत सामान्य रहेगी।

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सिंह- 

शुक्र आपके द्वादश भाव में मार्गी होंगे तो गुरु भाग्य स्थान में वक्री हो रहे हैं । इस गोचर के प्रभाव से आपके प्रेम सम्बन्ध प्रभावित होने की सम्भवना है। प्रियजन के मन में आपके प्रति गलतफ़हमी पैदा हो सकती है और तीसरा व्यक्ति भी आपके रिश्तों मे दखल डाल सकता है अत: ऐसी परिस्थिति के लिये पहले से तैयार रहना होगा। विद्यार्थी वर्ग को परिणाम शायद अनुकूल न मिल सके और पढाई में भी आपका मन कम लगेगा। सन्तान पक्ष की तरफ़ से आप चिन्तित हो सकते हैं अत: उनकी समस्याओं को सुनें और प्राथमिकता दें।  यदि इस दौरान कहीं साक्षात्कार देने जाना हो अति आत्मविश्वास से बचें । जहां तक सवाल काम काज का है तो स्थिति पूर्ववत रहेगी जीवन यापन और जरूरतों को पूरा करने लायक धन आप आसानी से अर्जित कर सकेगे। स्वास्थ्य ठीक रहेगा ।

कन्या – 

कन्या राशि के जातकों के लिये गुरु अष्टम भाव में वक्री होंगे जबकि शुक्र एकादश भाव में मार्गी होंगे । प्रेम सम्बन्धों में निकटता का आभास होगा और अचानक नये लोगों से मिलकर खुशी होगी और निकट्ता बढेगी। परन्तु इस निकटता को प्रेम समझने की भूल आपके द्वारा नहीं की जानी चाहिये। जहां तक बात नौकरी-व्यवसाय की है तो पहले से बेहतर सुधार देखा जा सकता है और आय बढने की ओर भी ग्रह इशारा कर रहे हैं। सुख सुविधाओं का लाभ मिलेगा और निवेश की योजना बनाई जा सकती है। यदि स्थान परिवर्तन करना चाहते हों तो विचार और प्रयास किया जा सकता है।  स्वास्थ्य अच्छा रहेगा।

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तुला – 

आपकी कुण्डली में शुक्र  दशम भाव में मार्गी होंगे जबकि गुरु सप्तम भाव में वक्री होंगे । इस गोचर के प्रभाव से सुख संसाधनों में वृध्दि होने का योग बनेगा कुछ पुरान निवेश लाभ के साथ मिलेगा लेकिन खर्चों की अधिकता रहेगी।  यदि मकान वाहन आदि खरीदना बेचना चाहते हों तो बिचार किया जा सकता है लेकिन इस कार्य में जल्दबाजी बिल्कुल नहीं की जानी चाहिये। नौकरी ब्व्यवसाय के अलावा प्रतियोगिता परीक्षाओं के लिए समय अनुकूल है लेकिन अति आत्मविश्वास अपा पर भारी भी पड सकता है। अपने व्यवहार के बल पर लोगों के बीच अपना स्थान बना पाने में जरूर आपको सफ़लता मिल सकती है। अविश्वासी लोगों के साथ ज्यादा सम्पर्क ना रखें । दाम्पत्य जीवन में कुछ दिक्कतों का सामना करना पड सकता है ।

वृश्चिक – 

आपके लिये गुरु का गोचर कुण्डली के छठे भाव में वक्री होंगे जबकि शुक्र भाग्य स्थान में मार्गी होंगे । इसके प्रभव से पराक्रम बढेगा लेकिन भौतिक सुखों की चाह में भागदौड़ और माथापच्ची काफ़ी करनी पड सकती है। इतना जरूर है कि बेरोजगारों को नौकरी मिल सकती है अस्थायी रोजगार वालों को स्थायी किया जा सकता है। अपना छोटा-मोटा कारोबार करने के लिये भी  ये समय ठीक है। व्यवसायी लोगों को नये प्रोजेक्ट के लिये यात्रा आदि करनी पड सकती है अत: यात्र के दौरान सावधानी अपेक्षित है खास कर अपने कीमते सामान का ध्यान रखना होगा। परिवार के लोगों का भरपूर सहयोग मिलने से मनोबल बढेगा। परिवार के प्रति अपनी जिम्मेदारियों का निर्वहन अच्छे से करें। घर की सम्पति को लेकर भाइयो में मनमुटाव की स्थिति पैदा हो सकती है अत: स्थिति को बुध्दिबल से हल करने का प्रयास करना होगा। अन्य मामलों में समय पूर्ववत रहेगा।

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धनु – 

आपकी राशि के अधिपति ग्रह गुरु पंचम भाव में वक्री होंगे जबकि शुक्र अष्टम भाव में मार्गी होंगे । इसके प्रभाव से धन वृद्धि के अवसर प्राप्त हो सकते हैं लेकिन भाग दौड बहुत ज्यादा करनी पड सकती है । कुटुम्ब के लोगों का सहयोग प्राप्त होगा और आप अपनी प्रभावी वाकपटुता से लोगों को प्रभावित कर सकेंगे । मकान-वाहन आदि का सौदा करना चाह रहे हों तो कर सकते हैं लेकिन इसमे मध्यस्तता के लिये किसी अच्छे जानकार को शामिल जरूर करें। जहां तक बात नौकरी व्यवसाय की है तो विस्तार करने के लिये समय पक्ष में दिखता है। समाज में आपकी बातों का मान रखा जायेगा और सामाजिक सम्मान की भी प्राप्ति सम्भव है। आपका कोई गुप्त शत्र आपको प्रलोभन या लुभावनी योजनाओं में पैंसा लगाने की सलाह दे सकता है अत: ऐसे किसी भी ममले में रुचि दिखाना ठीक नही होगा। सेहत सामान्य रहेगी।

मकर – 

देव गुरु वृहस्पति आपकी कुण्डली के चौथे घर में वक्री होंगे जबकि शुक्र सप्तम भाव में मार्गी होंगे । इसके प्रभाव से अपके मन में अनेकानेक विचारों का उदय होगा और मन में बहुत से विचारों का उदय होगा। भाग्य साथ देगा, आय बढेगी लेकिन खर्चों में कटौती शायद अभी सम्भव ना हो। इतना जरूर है कि पूर्व से रुके पडे कार्यों को किसी के सहयोग से गति मिल सकती है और आपको इसका लाभ उठाना चाहिये। व्यवसायी लोग धीमी गति के साथ लेकिन काम का विस्तार कर सकेंगे । घर परिवार के माहौल में भी पहले से अच्छा रहने की उम्मीद है और प्रेम प्रसंगों से जुडे मामले समझदारी और समझौते से ही हल होने की उम्मीद है। विद्यार्थियों को अपने समय का सदुपयोग करना होगा। मन को एकाग्र करने का प्रयास करें। सेहत सामान्य रहेगी।

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कुम्भ – 

गुरु के वक्री और शुक्र के मार्गी होने से एकाएक अनावश्यक खर्चों में वृध्दि हो सकती है और इसके कारण मानसिक अशान्ति के दौर से गुजरना पड सकता है । अत: आपको सलाह है कि समय से अपने बजट और जेब को देखते हुये ही योजना बनाये ताकि कठिन दौर आसानी से निकल सके । काम काज को लेकर भी भाग दौड सम्भव है और अतिरिक्त जिम्मेदारी लेने के लिये आपको तैयार रहना होगा काम से जी ना चुरायें और समय के साथ समझौता करना सीखें। जो लोग देश-विदेश भ्रमण की इच्छा रखते हॊं और वे आर्थिक रूप में सम्बृध्द हों तो ही कदम आगे बढायें अन्यथा कर्ज लेकर अभी गलती करना ठीक नहीं होगा। संयोगवस आपको कुछ अच्छे और धार्मिक कार्यों में शामिल होने का मौका मिल सकता है। स्वस्थ्य सम्बन्धि परेशानियों को भी हल्के में लेने की जरूरत नहीं है।

मीन – 

मीन राशि के जातको के लिये राशि स्वामी गुरु धन भाव में वक्री और शुक्र पंचम भाव में मार्गी होंगे । यह गोचर आपको मिला जुला फ़ल देने वाला रहेगा । थोडी सी मेहनत करने से आय के स्रोत बढ सकते हैं । कह सकते हैं कि इनकम ठीक-ठाक रहेगी। यदि आपने पूर्व से कोई नया धन्धा करने का मन बनाया हुआ है तो परिजनो से एक बार दोबारा सलाह मशविरा करके आगे की नीति बनायें। नये काम को लेकर अति आत्मविश्वास शायद ठीक नहीं होगा। क्योंकि आपकी राशि का स्वामी गुरु अभी नीच राशि में गोचर कर रहे हैं । ग्रह इशारा कर रहे हैं कि मित्र के रूप में ही कुछ शत्रु आपको उलझाने के लिये योजनायें बना सकते हैं अत: आस-पास की गतिविधियों पर भी पैनी नजर रखने की सलाह है। विद्यार्थी वर्ग को उनकी मेहनत का पूरा फ़ल मिलेगा और प्रेम सम्बन्धों के लिहाज से समय अनुकूल कहा ज सकता है। स्वास्थ्य सामान्य रहेगा।

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इस ब्लॉग में विस्तार से बताया गया है कि गुरु वक्री और शुक्र मार्गी सभी 12 राशियों पर कैसे प्रभाव डालेंगे। यह सभी राशियों के लिए एक सामान्य भविष्यवाणी है। आप ज्योतिषी से बात करके अपनी जन्म कुंडली के आधार पर अधिक व्यक्तिगत भविष्यवाणी प्राप्त कर सकते हैं। व्यक्तिगत भविष्यवाणी अधिक सटीक होगी और आपको बेहतर मार्गदर्शन देगी।

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