महाकाली-माता-की-आरती

महाकाली माता की आरती

!! महाकाली माता की आरती !! ‘मंगल’ की सेवा, सुन मेरी देवा हाथ जोड़, तेरे द्वार खड़े।पान सुपारी, ध्वजा, नारियल,ले ज्वाला तेरी भेंट धरे॥ मंगल की सेवा सुन मेरी देवा।…

Read more »
ललिता-माता-आरती

ललिता माता आरती

!! ललिता माता आरती !! श्री मातेश्वरी जय त्रिपुरेश्वरी।राजेश्वरी जय नमो नमः॥ करुणामयी सकल अघ हारिणी।अमृत वर्षिणी नमो नमः॥ जय शरणं वरणं नमो नमः।श्री मातेश्वरी जय त्रिपुरेश्वरी॥ अशुभ विनाशिनी, सब…

Read more »
गायत्री-माता

गायत्री माता की आरती

!! गायत्री माता की आरती !! जयति जय गायत्री माता, जयति जय गायत्री माता।सत् मारग पर हमें चलाओ, जो है सुखदाता॥ जयति जय गायत्री माता…। आदि शक्ति तुम अलख निरञ्जनजग…

Read more »
एकादशी-माता-आरती

एकादशी माता आरती

!! एकादशी माता की आरती !! ॐ जय एकादशी, जय एकादशी, जय एकादशी माता।विष्णु पूजा व्रत को धारण कर, शक्ति मुक्ति पाता॥ ॐ जय एकादशी…॥ तेरे नाम गिनाऊं देवी, भक्ति…

Read more »
दुर्गा-माता-आरती

दुर्गा माता की आरती

!! दुर्गा माता की आरती !! अम्बे तू है जगदम्बे काली, जय दुर्गे खप्पर वाली,तेरे ही गुण गावें भारती, ओ मैया हम सब उतारे तेरी आरती। ओ मैया हम सब…

Read more »
अम्बे-माता-की-आरती

माँ अम्बे माता की आरती

!! अम्बे माता की आरती !! जय अम्बे गौरी, मैया जय श्यामा गौरी।तुमको निशिदिन ध्यावत, हरि ब्रह्मा शिवरी॥ जय अम्बे गौरी..॥ माँग सिन्दूर विराजत, टीको मृगमद को।उज्जवल से दो‌उ नैना,…

Read more »

आरती संग्रह – आरतियों का संग्रह

आरती संग्रह- अपने आराध्य देव को प्रसन्न करने और अपनी कामना उनके समक्ष रखने की विधि को आरती कहते हैं , ऐसा भी कह सकते है कि अपने आराध्य देव…

Read more »
भगवान-बटुक-भैरव-आरती

भगवान बटुक भैरव आरती

!! भगवान बटुक भैरव आरती !! जय भैरव देवा प्रभुजय भैरव देवा, सुर नर मुनि सबकरते प्रभु तुम्हरी सेवा॥ ऊँ जय भैरव देवा…॥ तुम पाप उद्धारकदु:ख सिन्धु तारक, भक्तों के…

Read more »
भगवान-गोपाल-आरती

भगवान गोपाल आरती

!! भगवान गोपाल आरती !! आरती जुगल किशोर की कीजै, राधे धन न्यौछावर कीजै। रवि शशि कोटि बदन की शोभा, ताहि निरखि मेरा मन लोभा। आरती जुगल किशोर की कीजै…।…

Read more »